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राजेन्द्र नगर उप-चुनाव में एक बड़ा मुद्दा

राजेन्द्र नगर उप-चुनाव में एक बड़ा मुद्दा

मानसून पूर्व होने वाली नालो की सफाई, राजेन्द्र नगर उप-चुनाव में एक बड़ा मुद्दा। – कॉंग्रेस प्रत्याशी प्रेम लता

राजेन्द्र नगर उपचुनाव काँग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता ने जनसम्पर्क कार्यक्रम के तहत आज बाल्मीकि नगर, टोडापुर, दशघरा इत्यादि गावों में जनसम्पर्क किया।

राजेन्द्र नगर उप-चुनाव में एक बड़ा मुद्दा

नई दिल्ली, 11 जून, 2022 – (अर्श न्यूज़ ) – राजेन्द्र नगर विधानसभा उपचुनाव में काँग्रेस प्रत्याशी श्रीमती प्रेम लता ने जन संपर्क के दौरान कहा कि क्षेत्र में मानसून से पहले एक भी नाल की सफाई नहीं होने से जनता ने आशंका जताई कि इस बार जल भराव का सामना पड़ सकता है। चुनाव में मानसून पूर्व जलभराव एक बहुत बड़ा मुद्दा है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान केजरीवाल-भाजपा ने नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता कह रही है कि नालों की सफाई के नाम पर हुए भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सबूत पहली-दूसरी बारिश में ही क्षेत्र के लगभग हर मोहल्ले में होने वाले भारी जल भराव के बाद सामने आ जाता है। उन्होंने कहा कि पांडव नगर, इंद्रपुरी जेजे कॉलोनी, टोडापुर बाल्मीकि मोहल्ला, दशघरा बाल्मीकि मोहल्ला इत्यादि क्षेत्रों में हल्की बारिश में भारी जल भराव होना सामान्य बात है।

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श्रीमती प्रेम लता ने कहा कि जलभराव की समस्या से निजात दिलवाने के लिए आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक ने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। चुनाव में आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के बड़े-बड़े नेता आने शुरू हो गए है, उनसे राजेन्द्र नगर की जनता जल-भराव की समस्या से जुड़ी सवाल पूछ रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म होते ही मानसून आने वाला है जबकि अभी तक एक भी नाले की सफाई नहीं हुई है, जिन नालों की सफाई का दावा किया जा रहा है वह केवल दस्तावेजों में भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने अपील की कि क्षेत्र की जनता ऐसी पार्टियों के जनप्रतिनिधियों को बिलकुल भी नही चुनना चाहिए जो जल भराव, पेयजल संकट व अन्य जनता से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाने में पूरी तरह विफल साबित हुए।

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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट के आदेश से यह स्पष्ट है कि मानसून पूर्व नालों की सफाई की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है, क्योंकि दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले पीडबल्यूडी विभाग ही नोडल डिपार्टमेंट है। इस वर्ष 31 मई तक नालों की सफाई हो जानी थी, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई सकारात्मक काम नहीं हुआ। उन्हांने कहा कि दिल्ली में छोटी-बड़ी करीब 2846 नालियां हैं. इनकी लंबाई करीब 3692 किलोमीटर है। इन नालियों का एक बड़ा हिस्सा लोक निर्माण विभाग के पास है, परंतु आम आदमी पार्टी, भाजपा के निगम पार्षद, विधायक सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार में लगे है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली को जलभराव मुक्त कराने हेतू केजरीवाल सरकार के पास कोई योजना नहीं है, अब तक कोई ड्रेनेज मास्टर प्लान नहीं बनाया गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहाँ भाजपा शासित नगर निगम 4 फुट से कम चौड़े नालों की सफाई नहीं करवाई, वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार ने 4 फूट से अधिक चौडे़ नालों की सफाई नहीं करवाई।

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