
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर… धर्मांतरण, छुआ छूत, दंगा व भ्रष्टाचार मुक्त देश का आह्वान
मोदी के सुशासन के चलते 7 बड़े मुस्लिम देशों ने नवाजा सर्वोच्च सम्मान
मेवात, 17 जनवरी। (अर्श न्यूज़) – वरिष्ठ संघ नेता इंद्रेश कुमार ने स्वामी विवेकानंद जी के बताए रास्ते पर चलने और देश को धर्मांतरण, अशिक्षा, छुआ छूत, दंगा, व्याभिचार और भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने का आह्वान किया है। मौका था मंगलवार को हरियाणा के मेवात में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा आयोजित स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हुए युवा दिवस कार्यक्रम का जिसमें बड़ी तादाद में समाज के हर वर्ग व समुदायों से लोग इकट्ठा हुए थे।
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर
मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बताया कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यकुशलता की तारीफ करते हुए मंच के मुख्य संरक्षक ने कहा कि दुनिया के 56 मुस्लिम देशों में से 7 बड़े मुल्कों ने नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। ऐसा सम्मान किसी भी देश के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को अब तक नहीं मिला है। इससे यह साबित होता है कि देश में एक ऐसा महान प्रधानमंत्री है जो सभी धर्मों, सभी समुदायों, सभी वर्गों को साथ लेकर चलने और समग्रता में विश्वास रखता है।
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर
इंद्रेश कुमार ने स्वामी विवेकानंद की जीवनी से सबक लेते हुए मौजूद लोगों को एकता और भाईचारे पर ज़ोर दिया। संघ नेता ने कहा कि हम सब भारतीयों में टीम भावना होनी चाहिए क्योंकि टीम के खिलाड़ी हमेशा मिल जुल कर खेलते हैं, वो कभी खुद की टीम को हराने के लिए नहीं बल्कि जिताने के लिए खेलते हैं।
विवेकानंद के भारत पर इंद्रेश कुमार का ज़ोर
इस मौके पर इस्लाम और सनातन धर्म की समानता पर बात रखते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि गीता में कहा गया है कि जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है। जबकि इस्लाम में दो बहुत बड़ी बातें इसी संदर्भ से जोड़ के कही गई हैं। इस्लाम में कहा गया है कि “मां के कदमों में जन्नत है” और “हब्बुल वतनी निसफुल ईमान” यानी वतन से मोहब्बत का पैगाम दिया गया है।
मेवात की अवाम को संघ नेता ने शिक्षा की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि अशिक्षा हमें लड़ाती और बांटती है जबकि शिक्षा हमें जोड़ती है, मेल मिलाप, मोहब्बत, अमन, शांति और भाईचारा सिखाती है। कार्यक्रम में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के युवा प्रकोष्ठ के संयोजक खुर्शीद रजाका, राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर ताहिर हुसैन, दिल्ली प्रदेश के राष्ट्रीय संयोजक एवं सह संयोजक हाजी मोहम्मद साबरीन और इमरान चौधरी समेत अनेकों पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
कार्यक्रम उस समय गुंजायमान हो उठा जब संघ नेता ने देश की एकता अखंडता, तहज़ीब तरक्की और सशक्तिकरण के लिए कुछ नारे लगवाए। नारों में खास रहा:- “वन्देमातरम, एक हिंद जय हिंद, आवाज़ दो हम एक हैं, एक भारत श्रेष्ठ भारत, हम कौन – हिंदुस्तानी हिंदुस्तानी, भारत माता की जय, मादरे वतन ज़िंदाबाद, सैल्यूट टू मदर इंडिया, भ्रष्टाचारी नहीं ईमानदार बनेंगे, नफरती नहीं मुहब्बत वाले बनेंगे, दंगाई नहीं भाईचारा वाले बनेंगे।” इन नारों से मौजूद लोगों में यह भावना गई कि जाति, मजहब में नहीं बंटेंगे बल्कि मिल जुल कर एकता में पिरोए माले की तरह रहेंगे।
इस अवसर पर इंद्रेश कुमार ने धर्मांतरण के खिलाफ बोलते हुए कहा कि सभी देशवासियों को अपने अपने धर्म पर चलना चाहिए और दूसरों के धर्मों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग अपने अपने धर्म के बताए रास्ते पर चलेंगे और दूसरे का सम्मान करेंगे तो हमें कोई तोड़ नहीं पाएगा, गुमराह नहीं कर पाएगा और हमारा देश सबल सजग सशक्त होगा।
Live Share Market