
वर्ल्ड किडनी डे पर एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने निकाली वॉकथॉन रैली,
वर्ल्ड किडनी डे पर एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने निकाली वॉकथॉन रैली
साउथ दिल्ली : (अर्श न्यूज़) – वीरवार को वर्ल्ड किडनी दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के एम्स अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग की ओर से एक जागरूकता वॉकथॉन रैली का आयोजन किया गया जिसमें एम्स के डायरेक्टर, बड़े अधिकारी, डॉक्टर समेत सैकड़ों नर्सों ने हिस्सा लिया। इस रैली के आयोजन का मकसद किडनी से जुड़ी बीमारियों को लेकर लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा सके और आने वाली बीमारी से बचा जा सके।
वर्ल्ड किडनी दिवस को लेकर आज एक छोटी सी नेफ्रोलॉजी विभाग की तरफ से वॉकथान का आयोजन किया गया जिसका मकसद था के लोगों को ज्यादा से ज्यादा इस बीमारी के बारे में अवेयरनेस करें और उन्हें बताएं कि किस प्रकार से उन्हें अपना खानपान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वही इस कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट विभाग के एचओडी डॉ एसके अग्रवाल ने बताया कि किडनी और लीवर के रोग से बचने के लिए संतुलित खानपान और नियमित दिनचर्या जरूरी है। योगाभ्यास के साथ ही फलाहार, और शाकाहारी भोजन का प्रयोग किया जाना चाहिए। इसके अलावा अलावा नशे से दूर रहना चाहिए किडनी हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग हैं. ये शरीर की गंदगी बाहर निकालने का काम करती हैं. ऐसे में जब किडनी में किसी प्रकार की समस्या होती है तो शरीर से विषैले पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते और कई तरह के रोग पैदा होने का खतरा बढ़ने लगता है.
वर्ल्ड किडनी डे पर एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने निकाली वॉकथॉन रैली,
नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डाक्टर डी भौमिक का कहना था कि इसान संतुलित दिनचर्या अपनाए तो गुर्दे (किडनी) की बीमारियों से बचा जा सकता है इसकी जानकारी शायद हर किसी को है कि शरीर में दो गुर्दे होते है, जो रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ पेट के पिछले भाग में होते है मूल रूप से गुर्दे हमारे शरीर में उत्पन्न हुए जहर को बाहर निकालकर खून की सफाई का काम करते है आज जबकि रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर और शूगर की बीमारी बढ़ रही है तो उससे गुर्दो के लिए भी परेशानी बढ़ गई है इन दोनों रोगों का गुर्दो पर सबसे ज्यादा विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। दरअसल गुर्दे हमारे शरीर में फिल्टर का काम करते है इससे शरीर में पानी व नमक की मात्रा नियंत्रित रहती है। गुर्दे फिल्टर के अलावा खून की कमी को भी दूर करते है और हड्डियों को मजबूत रखते है यदि गुर्दो में दिक्कत होती है तो फिर शरीर के दूसरे अंग भी ठीक तरह से काम नहीं करते इसी को लेकर आज हम इस दिवस के अवसर पर वॉकथान का अयोजन कर रहे है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में जानकारी मिली और उन्हें अवेयरनेस किया जा सके
वर्ल्ड किडनी डे पर एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने निकाली वॉकथॉन रैली,
आपको बता दें कि विश्व किडनी दिवस की शुरुआत 2006 में इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन द्वारा 66 देशों में की गई थी. इस बार वर्ल्ड किडनी डे की थीम ‘किडनी हेल्थ फॉर एव्रीवन एव्रीवेयर’ लिविंग वेल विद किडनी डिसीज है. यानी ‘किडनी रोग के साथ अच्छी तरह से रहना है.’ बेहतर सेहत के लिए गुर्दों का सही रहना जरूरी है. इसके लिए अच्छी डाइट काफी महत्वपूर्ण है. इससे कई बार रोग किडनी हेल्थ को नजरअंदाज करने से बढ़ते हैं, क्योकि हम अपने खानपान पर खास ध्यान नहीं दे पाते।
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साउथ दिल्ली से शहनवाज़ खान की रिपोर्ट
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