
वेंकटेश्वर स्वामी के वार्षिक ब्रह्मोत्सवम के कल्याणोत्सवम और गरुड़ वाहनम अनुष्ठान को धूम धाम से मनाया
भक्तों ने भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी के वार्षिक ब्रह्मोत्सवम के कल्याणोत्सवम और गरुड़ वाहनम अनुष्ठान को धूम धाम से मनाया
नई दिल्ली, 17 मई, 2022: (अर्श न्यूज़) – आज नई दिल्ली के गोले मार्केट के उद्यान मार्ग स्थित टीटीडी मंदिर में श्री वेंकटेश्वर स्वामी के 10 दिवसीय वार्षिक ब्रह्मोत्सवम के अंतर्गत कल्याणोत्सव और गरुड़ वाहनम अनुष्ठानों को मनाया गया। वार्षिक ब्रह्मोत्सव 22 मई 2022 तक आयोजित किया जा रहा है। यह 10 दिवसीय उत्सव है जिसमें मंदिर के चारों ओर मंदिर उत्सव के जुलूस के साथ विभिन्न वाहन सेवा करते हैं।
इस कार्यक्रम में टीटीडी बोर्ड के अध्यक्ष श्री वाई. वी. सुब्बा रेड्डी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने अक्कुररपन अनुष्ठान में भाग लिया। श्रीमती वेमी रेड्डी, प्रशांत रेड्डी, अध्यक्ष, टीटीडी मंदिर की स्थानीय सलाहकार समिति नई दिल्ली, मुख्य न्यायाधीश, एन. वी. रमना, हरदीप सिंह पुरी, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री, राम माधव, आर एस एस, , डॉ विनय सहस्रबुद्ध, संबित पात्रा , राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा, मल्लिका नड्डा, भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और परोपकारी, जीवीएल नरसिम्हा राव, राज्यसभा सदस्य, प्रोफेसर गीता सिंह, निदेशक, सीपीडीएचई दिल्ली विश्वविद्यालय, और उच्च न्यायालय के गणमान्य न्यायाधीश आदि ने हिस्सा लिया।
ऐसा अनुमान है कि तिरुपति से टीटीडी मंदिर के लगभग 30 पुजारी इन ब्रह्मोत्सव के दौरान 10 दिनों तक विभिन्न अनुष्ठान करेंगे। विशेष अवसर पर मंदिर और उसके पूरे परिसर को विशेष रूप से तिरुपति से लाए गए विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया जाता है और शुभ अवसर के लिए रोशनी से रोशन किया जाता है।
वार्षिक ब्रह्मोत्सवम 12 मई को थिरुचि उत्सव के साथ शुरू हुआ और 22 मई को पुष्पयागम के साथ संपन्न होगा।
हाल के दिनों में, COVID के प्रकोप के कारण, ये उत्सव आयोजित नहीं किए जा रहे थे। इस बार दो साल के अंतराल के बाद उत्सव भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। यह अनुमान है कि ब्रह्मोत्सव के भव्य समारोह में दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों से सैकड़ों भक्त शामिल होंगे। श्रीमती प्रशांति रेड्डी के नेतृत्व में तथा स्थानीय सलाहकार समिति एवं तिरुमल के टीटीडी मंदिर अधिकारियों की मदद से भक्तों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का प्रयोजन किया गया है ।
विशेष अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण दिन:
• 17 मई (शाम)-अर्जित, कल्याण उत्सव और 7.30 बजे के बाद गरुड़वगनम।
• 21 मई – चक्रासनम, द्वाजावरोहणम।
• 22 मई – शाम को पुष्पयागम के साथ उत्सव का समापन (शाम 06.00 बजे – 08.00 बजे)।