
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
पूर्वी दिल्ली : (अर्श न्यूज) – पूर्वी दिल्ली जिला के पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र थाने की टीम ने लाखों में नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली जिला की डीसीपी अमृथा गुगुलोथ ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया को बताया।
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
28 सितंबर को पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र थाने की टीम आनंद विहार आईएसबीटी के पास गस्त कर रही थी तभी एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया जो पुलिस को देखकर घबरा रहा था पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति के पास पहुंची उससे पूछताछ की और उसके पास एक फैला था पहले की तलाशी तो उसमें नोट बरामद हुए बाद में जांच की तो सभी नोट नकली नकली निकले जिसके बाद गिरफ्तार किया और आरोपी को कोर्ट में पेश किया जिसके बाद कोर्ट से पुलिस रिमांड ली।
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
इसके बाद आरोपी से लगातार पहुंचता ही तो सबसे पहले आरोपी पुलिस को गुमराह कर लेगा कहां के वहां नकली नोट गुड़गांव से आगे एक छोटे गांव से लिए थे मगर पुलिस ने लगातार पूछताछ की तो आखिरकार आरोपी ने हकीकत बयान की जिसके बाद एक के बाद एक तीन आरोपियों को और गिरफ्तार किया इन सभी चारों आरोपियों के पास से नेपाल के नकलनोट 46.5 लाख बारामती है वहीं 85 लाख के करीब फेक इंडियन नोट बारामद किये।
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
डीसीपी ने बताया कि 28 सितंबर को छविराम जिसकी उम्र 25 वर्ष से इसको गिरफ्तार किया था पूछताछ करने के बाद बदायूं से दो आरोपियों को और गिरफ्तार किया था जिनके नाम आशीफ उर्फ उस्मान और दूसरा आरोपी जिसका नाम इमरान है इन दोनों को उत्तर प्रदेश के बदायूं से गिरफ्तार किये इन दोनों आरोपियों को 30 सितंबर को गिरफ्तार किया था नकली करेंसी के साथ आगे पूर्वी दिल्ली की डीपी नहीं भी बताएं कि इन तीन आरोपियों के अलावा एक मुख्य मास्टरमाइंड का नाम सामने है इसका नाम दिनेश था जिसका फोन नंबर भी बंद था मगर इतना पता चला कि बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है पुलिस ने लोकल खुफिया सूत्रों की मछली और आखिरकार आरोपी की पत्नी की मोबाइल फोन को ट्रैक किया जिसके बाद 4 अक्टूबर को बिहार के मुजफ्फरपुर से मास्टरमाइंड दिनेश को गिरफ्तार किया यह चारों आरोपियों ने अपना अपराध कबूल किया है इनके पास से प्रिंटर व अन्य सामान भी बरामद हुआ है प्रेस वार्ता में डीसीपी ने बताया कि आरोपी खुद ही नोट बनाते थे और कुछ नोट नेपाल से भी आते थे जो इनके सह साथी हैं डीपी खुलासा किया कि यह आरोपी जेल में बंद हो चुके हैं और एक दूसरे की मुलाकात जेल में बंद हुई खुशी के साथी और है जो जेल में अभी भी बंद है यह चारों आरोपियों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं भाई मुख्य मास्टरमाइंड दिनेश इस पर UAPA में बंद हुआ था और 2 महीने जेल में बंद हिने के बाद रिहा हो गया था पुलिस इन सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
चूंकि बरामद नकली नोटों की मात्रा काफी थी और इसके तार दूसरे राज्यों से भी जुड़ रहे थे, इसलिए प्रथम दृष्टया मामला नकली नोटों की तस्करी में शामिल एक बड़े सिंडिकेट की ओर इशारा कर रहा है. तदनुसार, एसआई अजय तोमर, एचसी हर्षित कुमार सिंह, एचसी सुधाकर आर्य और एचसी धीरज (क्रैक टीम पीएस पीआईए के सभी कर्मचारी) की एक टीम गठित की गई, जिसका नेतृत्व सुरेंद्र कुमार SHO/PIA ने किया। एसीपी/मधु विहार की देखरेख में किया गया जिन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
नकली करेंसी के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया पूर्वी दिल्ली की पुलिस ने
अभियुक्त की प्रोफ़ाइल
1. दिनेश, उम्र 35 वर्ष, – 8वीं कक्षा तक पढ़ा, खेती करता था और 2021 से तस्करी और नकली नोट छापने में लिप्त हो गया। वह पहले भी बिहार में 2 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
2. छवि राम, उम्र 25 वर्ष, – वह अनपढ़ है, 2021 से तस्करी और नकली नोट छापने में लिप्त हो गया। वह पहले यूपी में गैंगस्टर एक्ट और एफआईसीएन मामले के 2 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
3. इमरान, उम्र 26 वर्ष, – वह अनपढ़ है, 2021 से तस्करी और नकली नोट छापने में लिप्त हो गया। वह पहले यूपी में बलात्कार, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के 3 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
आशिब @ आसिफ @ उस्मान, उम्र 37 वर्ष, – वह अनपढ़ है। वह पहले भी यू.एस. में उत्पाद शुल्क अधिनियम, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के 3 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है
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