
शाहदरा जिला के कैलाश दीपक हॉस्पिटल में मनाया गया वर्ल्ड डायबिटीज डे
शाहदरा जिला के कैलाश दीपक हॉस्पिटल में मनाया गया वर्ल्ड डायबिटीज डे
शहादरा जिला : (अर्श न्यूज) – कैलाश दीपक अस्पताल के मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष सैनी ने विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर कहा कि मधुमेह, जो पहले शहरी इलाकों की बीमारी थी, धीरे-धीरे ग्रामीण आबादी को भी अपनी चपेट में ले रही है।
शाहदरा जिला के कैलाश दीपक हॉस्पिटल में मनाया गया वर्ल्ड डायबिटीज डे
डॉ. सैनी ने ड्रग टुडे मेडिकल टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि ग्रामीण आबादी में शारीरिक गतिविधि में कमी और जीवनशैली में बदलाव के कारण मधुमेह का खतरा बढ़ गया है।
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डॉ. सैनी ने मधुमेह के कारणों की व्याख्या करते हुए कहा कि पहला यह है कि मधुमेह का निदान होने से पहले ही इंसुलिन का उत्पादन कम होने लगता है और दूसरा है इंसुलिन प्रतिरोध। डायबिटीज के ये दो मुख्य कारण होते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “हमें ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है, और जब इंसुलिन का उत्पादन अपर्याप्त होता है, तो ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है और मधुमेह हो जाता है।
शाहदरा जिला के कैलाश दीपक हॉस्पिटल में मनाया गया वर्ल्ड डायबिटीज डे
उपचार में हुए विकास के बारे में डॉ. सैनी ने बताया कि कुछ दवाएं मधुमेह से संबंधित जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद करती हैं। ये दवाएं मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ-साथ किडनी और हृदय की कार्यप्रणाली को स्वस्थ बनाए रखने में सहायता करती हैं। ये दवाएं वजन नियंत्रण में भी मदद करती हैं।
कुछ इंसुलिन इंजेक्शन के बाद केवल 4 घंटे तक और कुछ 42 घंटे तक टिकते हैं। इंसुलिन पंप भी अब उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि मधुमेह हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करता है, “मधुमेह हमारी रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है।” मधुमेह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है और खून का थक्का जमने का खतरा रहता है। इसका हमारे शरीर की स्थूल और सूक्ष्म वाहिका पर प्रभाव पड़ता है। मधुमेह अंधापन, हृदय रोग, क्रोनिक रीनल रोग, न्यूरोपैथी और पैर के विच्छेदन का प्रमुख कारण है।
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